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SC, ST, OBC Full Form: SC, ST और OBC का फुल फॉर्म

SC, ST & OBC Full Form

  • SC: Scheduled Castes
  • ST: Scheduled Tribes
  • OBC: Other Background Classes.

SC, ST और OBC का पूरा नाम क्रमशः Scheduled Castes (SC), Scheduled Tribes (ST) और Other Backward Classes (OBC) होता है। हिंदी में इन्हें क्रमशः अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कहा जाता है।

SC, ST और OBC का गठन भारत में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ी जातियों, जनजातियों और समुदायों की पहचान और उनके सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए विभिन्न सरकारी या निजी योजनाओं में आरक्षण/Reservation की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।

विभिन्न जातियों को उनके सामाजिक और आर्थिक (Social and Financial) स्तर के आधार पर SC, ST और OBC में विभाजित किया गया है। अनुसूचित जनजाति (ST) के अंतर्गत उन जातियों और जनजातियों को शामिल किया गया है जो सामाजिक रूप से अत्यधिक पिछड़ी हुई हैं और जिन्हें सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है। अनुसूचित जाति (SC) में वे जातियां या समुदाय आते हैं जो ST से कुछ हद तक विकसित हैं, लेकिन सामाजिक और आर्थिक आधार पर अभी भी बहिष्कृत माने जाते हैं। SC/ST वर्ग के लोगों को ‘दलित’ के रूप में भी पहचाना जाता है। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को भारतीय संविधान में बाद में संशोधन करके जोड़ा गया है। इस वर्ग में वे जातियां शामिल हैं जो आर्थिक रूप से पिछड़ी हैं, लेकिन सामाजिक स्तर पर सामान्य मानी जाती हैं।

ST FULL FORM: SCHEDULED TRIBES | अनुसूचित जनजातियाँ

ST (Scheduled Tribes) वर्ग में उन जातियों को शामिल किया गया है जो समाज के सबसे निचले पायदान पर मानी जाती हैं। इस वर्ग में जंगलों में रहने वाले आदिवासी, अछूत समझी जाने वाली जातियां और सामाजिक रूप से ऐतिहासिक बहिष्कार का सामना करने वाले समुदाय शामिल हैं। भारतीय संविधान (Constitution) के अनुसार, अनुसूचित जनजातियों को सरकारी नौकरियों, सभी शिक्षण संस्थानों और अन्य सरकारी उपक्रमों में 7.5% आरक्षण/Reservation की सुविधा प्रदान की गई है।

SC FULL FORM: SCHEDULED CASTES | अनुसूचित जाति

SC (Scheduled Castes) वर्ग में उन जातियों और समुदायों को शामिल किया गया है जो जाति व्यवस्था की कुरीतियों के कारण सामाजिक स्तर पर पिछड़ी और कमतर मानी जाती हैं। इसमें मुख्य रूप से मैला ढोने वाली जातियां, चमड़े का काम करने वाली जातियां, और अछूत मानी जाने वाली जातियां शामिल हैं। अनुसूचित जाति के अंतर्गत आने वाले लोगों को संविधान/Constitution द्वारा सरकारी नौकरियों, सभी शिक्षण संस्थानों और अन्य सरकारी उपक्रमों में 15% आरक्षण की सुविधा प्रदान की गई है।

OBC FULL FORM: OTHER BACKGROUND CLASSES | अन्य पिछड़ा वर्ग

Other Backward Classes (OBC) को 1979 में बनाए गए मंडल आयोग (Mandal Commission) की सिफारिशों के बाद शामिल किया गया। इस वर्ग के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर और निम्न मध्यम वर्ग में आने वाले समुदायों और जातियों के लिए आरक्षण/Reservation की व्यवस्था की गई। अन्य पिछड़ा वर्ग में ज्यादातर किसान, मजदूर, चरवाहे और पारंपरिक रूप से गरीब जातियों को शामिल किया गया है। 1990 में, सबसे पहले वी. पी. सिंह की सरकार ने मंडल आयोग/Mandal Commission की सिफारिशों के अनुसार OBC के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था लागू की। वर्तमान में, देशभर में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए सरकारी नौकरियों, सभी शिक्षण संस्थानों और अन्य सरकारी उपक्रमों में 27% आरक्षण की व्यवस्था है।

निष्कर्ष

इस पोस्ट में हमने आपको SC, ST, और OBC Full Form और इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी है। हमने Scheduled Castes, Scheduled Tribes और Other Backward Classes के बारे में विस्तार से समझाया है। यदि आपके मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।

FAQs

SC का फुल फॉर्म क्या है?

SC का फुल फॉर्म Scheduled Castes (अनुसूचित जाति) है।

ST वर्ग में कौन-कौन सी जातियां शामिल होती हैं?

ST वर्ग में वे जातियां और जनजातियां शामिल होती हैं जो समाज के सबसे निचले पायदान पर मानी जाती हैं, जैसे जंगलों में रहने वाले आदिवासी और सामाजिक भेदभाव का सामना करने वाले समुदाय।

OBC को आरक्षण कब से मिला?

OBC को आरक्षण 1990 में वी. पी. सिंह की सरकार द्वारा मंडल आयोग की सिफारिशों के बाद दिया गया।

SC/ST वर्ग के लोगों को कितना आरक्षण मिलता है?

SC वर्ग के लोगों को 15% और ST वर्ग के लोगों को 7.5% आरक्षण सरकारी नौकरियों, शिक्षण संस्थानों और सरकारी उपक्रमों में मिलता है।

अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में कौन-कौन से लोग आते हैं?

अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में आर्थिक रूप से पिछड़े, लेकिन सामाजिक स्तर पर सामान्य माने जाने वाले समुदाय, जैसे किसान, मजदूर और पारंपरिक रूप से गरीब जातियां शामिल हैं।

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