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Most 50 Shri Krishna Quotes in Hindi: श्री कृष्ण के अनमोल विचार

Shri Krishna Quotes in Hindi: भगवान श्री कृष्ण के अनमोल विचार हमारे जीवन में गहरे परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। यदि हम उनके उपदेशों और विचारों का पालन करें, तो हमें न केवल मुक्ति की प्राप्ति हो सकती है, बल्कि हर कार्य में सफलता भी मिल सकती है। भगवान श्री कृष्ण ने भगवद गीता में जीवन के हर पहलू पर प्रकाश डाला है, जो मानव को मुक्ति और सफलता की ओर ले जा सकता है।

श्री कृष्ण के 50 प्रेरणादायक विचार

जीवन में सफलता और प्रगति के लिए महान व्यक्तियों के विचार और उनकी सफलता की कहानियों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। यह कहा गया है कि यदि आप किसी सफल व्यक्ति की कहानी पढ़ते हैं और उनके विचारों को अपने जीवन में लागू करते हैं, तो आप दुनिया में बहुत आगे बढ़ सकते हैं।

भगवान श्री कृष्ण द्वारा युद्धभूमि में अर्जुन को दिए गए उपदेश न केवल युद्ध जीतने में सहायक थे, बल्कि उन्होंने अर्जुन को जीवन के हर क्षेत्र में महारत हासिल करने की क्षमता प्रदान की। इसी प्रकार, श्री कृष्ण के विचारों को अपनाकर प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है। Shri Krishna Quotes in Hindi

Most 50 Shri Krishna Quotes in Hindi

” अमीर बनने के लिए एक एक क्षण संग्रह करना पड़ता है, किन्तु अमर बनने के लिए एक एक कण बांटना पड़ता है”

” मनुष्य को अपना कर्म बिना किसी डर के करते रहना चाहिए”

“जो व्यक्ति अपने कर्म से विमुख हो जाता है, उसका भगवान भी आदर नहीं करते है”

” इच्छाओं का त्याग करना ही, खुशी का सबसे बड़ा कारण है”

“मनुष्य जीवन में, ना कुछ खोया है, ना कुछ व्यर्थ होता है”

“मन अशांत है, और नियंत्रित करना कठिन है, किन्तु प्रयास करने से इसे शांत किया जा सकता है”

“हर व्यक्ति का विश्वास उसकी प्रकृति के अनुसार होता है”

” सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है, ना ही कहीं और है”

“यदि आप किसी के साथ मित्रता नहीं कर सकते हैं, तो उसके साथ शत्रुता भी नहीं करना चाहिए”

” मन रूपी पात्र में, यदि विश्वास ना हो तो प्रेम मन में नहीं ठहर सकता है”

” यदि प्रेम जल है, तो मन इसकी मटकी है”

” यदि प्रेम को पाना है, तो हृदय पर काम करना होगा”

“प्रेम संसार का सबसे पवित्र बंधन है, किन्तु प्रेम बंधन मुक्त है”

“प्रेम उस वायु की भांति है, जो हमें दिखाई नहीं देता है किन्तु वही हमें जीवन देता है”

” यदि प्रेम को समझना है, तो मन की आंखे खोलो और प्रेम से बोलो राधे राधे”

“करना स्वमं पर विश्वास रखो, स्वमं के कर्मो पर रखो, प्रेम पर विश्वास रखो, जीवन में सुख अवश्य आएगा”

” अपने अनिवार्य काम करो, क्योंकि वास्तव में कार्य करना निष्क्रियता से बेहतर हैं”

“फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है”

“क्रोध से भय पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है, तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट होता है, तब व्यक्ति का पतन हो जाता है”

” नर्क के तीन द्वार है, वासना, क्रोध और लालच”

“वह जो इच्छाएं त्याग देता है, और मै और तेरा की लालसा और भावना से मुक्त हो जाता है, उसे शांति प्राप्त होती हैं”

“बुद्धिमान व्यक्ति को समाज कल्याण के लिए बिना आशक्ति के काम करना चाहिए”

“जब मनुष्य अपने कर्मो में आनंद खोज लेता है, तब वह पूर्णता प्राप्त करते है”

” मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वो विश्वास करता है, वैसा वह बन जाता है”

” मनुष्य का जीवन केवल उसके कर्मो पर चलता है, जैसा कर्म होता है, वैसा उसका जीवन होता है”

“व्यक्ति जो चाहे कर सकता है या बन सकता है, यदि वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे तो”

“जो मन को नियंत्रित नहीं करते हैं, उनके लिए वह शत्रु की तरह कार्य करता है”

” केवल मन ही किसी का मित्र या शत्रु होता है”

” पाहेचानिय अपने आप को, की संसार में आपसे शक्तिशाली कोई नहीं है”

“यदि कोई आपका जीवन बदल सकता है, तो वह आप स्वमं है”

“कर्म करो फल की चिंता मत करो”

“अपनों की परख समय की कसौटी पर की जाती हैं, अपना वह होता है, जो विपरीत परिस्थितियां में काम आता है”

“जीवन में समय चाहे जैसा भी हो, परिवार के साथ रहो, सुख हो तो बड़ जाता है, और दुःख हो तो बट जाता है”

” दुनिया पर किया गया भरोसा तो टूट सकता है, लेकिन दुनिया के मालिक पर किया गया भरोसा कभी नहीं टूटता है”

” मन ऐसा रखो कि किसी को बुरा ना लगे, दिल ऐसा रखो कि किसी को दुःख ना करें, रिश्ता ऐसा रखो कि उसका अंत ना हो”

“कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नहीं आता है, हमारा व्यवहार और शब्द ही मित्र या शत्रु बनाता है”

” अच्छाई करते वक्त बदले में कोई उम्मीद मत रखो, क्योंकि अच्छाई का बदला इंसान नहीं ईश्वर देता है”

” बोलना और प्रतिक्रिया आवश्यक है, किन्तु संयम और सभ्यता का दामन नहीं छूटना चाहिए”

“एक अच्छे इंसान के साथ धोखा करना, हीरे को फेक कर पत्थर उठाने जैसा है*

” खुशी के लिए काम करोगे तो खुशी नहीं मिलेंगी, लेकिन खुश होकर काम करोगे तो खुशी जरूर मिलेंगी”

श्री कृष्ण के 5 प्रमुख उपदेश

1. कोई परिपूर्ण नहीं है

इस संसार में कोई भी मनुष्य परिपूर्ण नहीं है। क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिसे सब कुछ प्राप्त है? प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कुछ न कुछ कमी अवश्य होती है। अक्सर लोग अपनी कमी को अपने जीवन का केंद्र बना लेते हैं, जिससे वे निरंतर दुखी रहते हैं। ईश्वर ने हर व्यक्ति को कुछ न कुछ समस्या दी है, लेकिन उनसे कैसे निपटना है, यह पूरी तरह से मनुष्य के ऊपर निर्भर करता है। Shri Krishna Quotes in Hindi

भगवान श्री कृष्ण भगवद गीता में कहते हैं कि यदि आपको इस जीवन में सुखी और शांतिपूर्ण रहना है, तो जो कुछ आपके पास है, उसमें संतुष्ट रहें और अपनी इच्छाओं को कम करें। इस बात से परेशान न हों कि आपके जीवन में कौन सी कमी है, क्योंकि हर व्यक्ति में कुछ न कुछ कमी अवश्य होती है।

2. वर्तमान में रहना शुरू करें

“जीवन न तो भविष्य में है, न अतीत में है। जीवन केवल वर्तमान में है, और इसी क्षण का अनुभव ही वास्तविक जीवन है।”

यदि मनुष्य वर्तमान में रहना सीख ले, तो उसके अधिकांश दुःख स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं। अक्सर मनुष्य अपनी ऊर्जा भविष्य की कल्पना में व्यर्थ करता है।

यदि आप वर्तमान में जीना सीख लेते हैं, तो आपका भविष्य भी उज्ज्वल होगा। वह मूर्ख व्यक्ति है जो अतीत के बारे में सोचता रहता है, क्योंकि इससे केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी होती है। भविष्य और अतीत के चिंतन में लिप्त व्यक्ति को केवल दुःख और परेशानियां मिलती हैं, क्योंकि उनका ध्यान वर्तमान से हट जाता है। Shri Krishna Quotes in Hindi

3. धर्म संकट को पहचानें

प्रत्येक मनुष्य के जीवन में ऐसा समय अवश्य आता है जब उसके सारे सपने, आशाएं, और कर्म अदृश्य हो जाते हैं। जीवन की सभी योजनाएं बिखर जाती हैं, एक ओर दुःख होता है और दूसरी ओर धर्म। ऐसे समय में अधिकांश लोग भयभीत हो जाते हैं और अपने मार्ग से भटक जाते हैं।

लेकिन जीवन में सफल होने के लिए आपको किसी भी परिस्थिति में धर्म का त्याग नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति धर्म का त्याग नहीं करता, ईश्वर उसकी अवश्य सहायता करते हैं। जैसे राजा हरिश्चंद्र ने किसी भी कठिन परिस्थिति में अपने धर्म का त्याग नहीं किया, इसलिए भगवान ने उनकी सहायता की। इसी प्रकार, मनुष्य को अपने मार्ग से नहीं भटकना चाहिए। कठिनाइयाँ और दुःख मनुष्य जीवन का हिस्सा हैं, और इन पर विजय पाने के लिए आपको उनसे लड़ने की आवश्यकता है। Shri Krishna Quotes in Hindi

4. सत्य की परिभाषा

हर व्यक्ति के जीवन में ऐसा समय आता है जब वह हृदय से सत्य बोलना चाहता है, लेकिन मुख से नहीं निकल पाता। मनुष्य भयभीत हो जाता है, लेकिन इस परिस्थिति में सत्य का अनुसरण करना चाहिए। सत्य व्यक्ति को सफलता के शिखर पर पहुँचाने का कार्य करता है।

सत्य कभी पराजित नहीं होता। सत्य को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, किन्तु अंततः सत्य की ही जीत होती है।

सत्य वह होता है जब भय के बावजूद व्यक्ति निर्भीक होकर अपनी बात कहता है। सत्य और कुछ नहीं बल्कि निर्भीकता का दूसरा नाम है। Shri Krishna Quotes in Hindi

5. मनुष्य को अपने कर्म से विमुख नहीं होना चाहिए

भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि जो मनुष्य अपने कर्तव्य से विमुख हो जाता है, उसका कोई आदर नहीं करता। अर्थात, मनुष्य को अपना कर्तव्य बिना किसी भय, लोभ या लालच के निभाना चाहिए। Shri Krishna Quotes in Hindi

अपने कार्य से विमुख होना कायरता है। भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि जो मनुष्य अपना कर्तव्य नहीं करता, उसका मैं स्वयं भी आदर नहीं करता।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है कि आपको श्री कृष्ण के इन विचारों से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। भगवान श्री कृष्ण एक महापुरुष थे, जिनके विचारों के आधार पर अर्जुन ने महाभारत का युद्ध जीता। इन विचारों को अपने जीवन में अपनाकर हम भी सफलता और शांति की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं। Shri Krishna Quotes in Hindi

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