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Bhagavad Gita Quotes in Hindi|भगवद गीता के अनमोल विचार

Bhagavad Gita Quotes in Hindi: नमस्कार मित्रों, एक बार फिर से आपका हमारी वेबसाइट पर हार्दिक स्वागत है। आज के इस विशेष लेख में हम भगवद गीता के उन अमूल्य विचारों पर प्रकाश डालेंगे जो न केवल हमें प्रेरित करते हैं बल्कि जीवन जीने का एक सटीक मार्ग भी प्रदान करते हैं।

कुरुक्षेत्र के युद्धभूमि में, लगभग पाँच हजार वर्ष पूर्व, भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेशों का संकलन, भगवद गीता, केवल अर्जुन के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक अति महत्वपूर्ण प्रेरणास्त्रोत रहा है। आज भी ये उपदेश लोगों को जीवन में आगे बढ़ने, अपने कर्तव्यों को निभाने और आत्म-साक्षात्कार के पथ पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करते हैं।

भगवद गीता के प्रेरणादायक विचार

प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर श्री विवेक बिंद्रा जी स्वयं कहते हैं कि उनकी सफलता का मुख्य स्रोत भगवद गीता है। भगवद गीता के श्लोकों में श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए निर्देश किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि समस्त मानवता के लिए जीवन का एक दिव्य मार्गदर्शन प्रस्तुत करते हैं।

श्रीमद भगवद गीता महज़ एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि इसमें जीवन के हर पहलू को समझने और सही दिशा में चलने के लिए आवश्यक शिक्षा दी गई है। इसलिए यह आवश्यक है कि हर व्यक्ति इस महान ग्रंथ का अध्ययन करे। इस लेख में हम भगवद गीता के अनमोल विचार (Bhagavad Gita Quotes) को जानेंगे, जो हमें न केवल जीवन में सफलता की ओर प्रेरित करेंगे, बल्कि हमें आध्यात्मिक रूप से भी समृद्ध करेंगे। Bhagavad Gita Quotes in Hindi

Bhagavad Gita Quotes in Hindi

“जो कोई भी, जिस देवता की पूजा करने में विश्वास रखता है, मै उसका विश्वास उसी देवता में दर्ड कर देता हूं”

“ज्ञानी पुरुष, ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वहीं सही मायने में देखता है”

“अपने अनिवार्य काम करो, क्योंकि वास्तव में कार्य करना निष्क्रियता से बेहतर है”

तुम और मैं कहीं जन्म ले चुके हैं, तुझे याद नहीं है, मुझे सब जन्म याद है”

“मनुष्य इस प्रथ्वी पर, ज्ञान प्राप्त करने के लिए ही आया है, जो ज्ञान प्राप्त नहीं कर रहा है, वह मृत्यु के समान है”

“आत्म ज्ञान की तलवार से काटकर अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह अलग कर दो, अनुशासित रहो, उठो और कार्य करो”

“इस जीवन में ना कुछ खोता है, ना व्यर्थ होता है”

“जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है, जितना मर्त होने वाले के लिए जन्म लेना, इसलिए जो अपरिहार्य उस पर शोक मत करो”

“सभी काम छोड़ कर बस भगवान में, पूर्ण रूप से समर्पित हो जाओ. मै तुम्हे सभी पापो से मुक्त कर दूंगा, शोक मत करो”

“केवल भाग्यशाली योद्धा ही ऐसा युद्ध लड़ने का अवसर पाते हैं, जो स्वर्ग के द्वार के समान हैं”

Bhagavad Gita Quotes in Hindi

“जो मूड बुद्धि मनुष्य समस्त इन्द्रियों को हठ पूर्वक ऊपर से रोककर मन से उन इन्द्रियों के विषयों का चिंतन करता है, वह मिथयाचारी कहां जाता है”

“जो पुरुष मन से इन्द्रियों मन में वश कर के अनासक्त हुआ समस्त इन्द्रियों द्वारा कर्मयोग का आचरण करता है, वहीं श्रेष्ठ है”

श्रेष्ठ पुरुष जो जो आचरण करता है, बाकी पुरुष भी वैसा वैसा ही आचरण करता है,

हैं अर्जुन, मुझे इन तीनों लोकों में न तो कुछ कर्तव्य है और न कोई प्राप्त करने योग्य वस्तु अप्रापत है, तो भी मै कर्म करते रहता हूं”

“जिस प्रकार एक ही सूर्य इस समस्त ब्रम्हांड को प्रकाशित करता है, उसी प्रकार एक ही आत्मा संपूर्ण क्षेत्र को प्रकाशित करती है”

“मुजमे मन को लगा और मुझमें ही बुद्धि को लगा, इसके उपरांत तू मुझमें ही निवास करेगा, इसमें कोई संचय नहीं है”

“जैसे मनुष्य पुराने वस्त्रों को त्यागकर, दूसरे नय वस्त्रों को धारण करता है, वैसे ही जीवात्मा पुराने शरीर को त्यागकर दूसरे नए शरीर को प्राप्त करती है”

“इस आत्मा को शस्त्र नहीं काट सकते, अग्नि नहीं जला सकती है, पानी नहीं गला सकता है, वायु नहीं सूखा सकती हैं”

“सम्पूर्ण प्राणी जन्म से पहले अप्रकट थे, और मरने के बाद भी अप्रकट हो जाने वाले है, केवल बीच में ही प्रकट है, फिर ऐसी स्थिति में क्या शोक करना?

“तेरा कर्म करने में ही अधिकार है, उसके फलों में कभी नहीं. इसलिए तू कर्मो के फल मत हो तथा तेरी कर्म न करने में भी आसक्ति न हो”

“सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए, तीनों लोक में कहीं भी प्रसन्नता नहीं है”

“मनुष्य का संपूर्ण जीवन, उसके कर्मों से निर्मित होता है। जैसा कर्म करता है, वैसा वह बन जाता है”

“जीवन न तो भविष्य में है, न अतीत में, जीवन तो बस इस पल में है”

Bhagavad Gita Quotes in Hindi

“जो कर्म को फल के लिए करता है, वास्तव में ना उसे फल मिलता है, ना ही वो कर्म है”

“कल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला मनुष्य ही अपने जीवन को सफल बनाता है”

“जो हुआ वह अच्छे के लिए हुआ है, जो रहा है वह भी अच्छे के लिए हो रहा है, और जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा’

” लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे, सम्मानित व्यक्ति के लिए अपमान मृत्यु से भी बदतर है”

“जानने की शक्ति, झूठ को सच से प्रथक करने वाली जो विवेक बुद्धि है, उसी का नाम ज्ञान हैं”

“जो मन को नियंत्रित नहीं करता है, वह उसके लिए शत्रु के समान काम करता है”

” हैं, अर्जुन मनुष्य इस प्रथ्वी का सबसे बुद्धिमान प्राणी है, जो अपने विवेक से सभी रचना कर लेता है”

“ईश्वर का नाम लेने से ही, प्राणीमात्र का जीवन सफल हो जाता है”

“जिस तरह प्रकाश की ज्योति अंधरे में चमकती है, ठीक उसी प्रकार सत्य भी चमकता है, इसलिए हमेशा सत्य की राह पर चलना चाहिए”

“जीस प्रकार व्यक्ति की परछाई कभी साथ नहीं छोड़ती है, उसी प्रकार मनुष्य को कभी सत्य नहीं छोड़ना चाहिए”

“कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना, व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है”

निष्कर्ष

भगवद गीता के विचारों से हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने का एक नया दृष्टिकोण मिलता है। यदि हम इन गीता के उपदेशों को अपने जीवन में आत्मसात कर लें, तो हमें जीवन में सफलता प्राप्त करने से कोई रोक नहीं सकता। भगवद गीता न केवल प्राचीन काल का एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह आज भी विश्व में सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में से एक है। Bhagavad Gita Quotes in Hindi

मैं व्यक्तिगत रूप से आप सभी से आग्रह करना चाहूंगा कि आप भगवद गीता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, इसे केवल एक बार नहीं, बल्कि नियमित रूप से पढ़ें और इसके उपदेशों को अपने जीवन में लागू करें। इससे न केवल आपका जीवन सफल होगा, बल्कि आप एक आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टिकोण से भी समृद्ध होंगे।

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